एमाले ने पार्टी संविधान में बड़े बदलाव को मंजूरी दी, नेतृत्व पर उम्र और कार्यकाल की सीमा हटाई

324

नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) की पोलिटब्यूरो बैठक ने संविधान संशोधन प्रतिवेदन पारित किया है। पार्टी कार्यालय च्यासल, ललितपुर में कल शाम सम्पन्न हुई चौथी पूर्ण बैठक में केन्द्रीय सचिवालय बैठक द्वारा पारित किए गए संविधान संशोधन प्रस्ताव प्रतिवेदन को सर्वसम्मति से पारित किया गया, यह जानकारी एमाले के प्रचार विभाग प्रमुख राजेन्द्र गौतम ने दी।

बैठक में पार्टी के उपाध्यक्ष विष्णुप्रसाद पौडेल ने संविधान संशोधन प्रस्ताव प्रतिवेदन पेश किया। प्रधानमंत्री एवं पार्टी अध्यक्ष केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में हुई बैठक में संविधान संशोधन प्रतिवेदन पर 68 पोलिटब्यूरो सदस्यों ने अपने विचार रखे, यह जानकारी प्रचार विभाग प्रमुख गौतम ने दी।

उन्होंने बताया कि संविधान में पार्टी के भीतर संगठित सदस्यता और पार्टी सदस्यता दो व्यवस्थाएं रखी जाएंगी, साथ ही 70 वर्ष की आयु सीमा और दो कार्यकाल तक नेतृत्व में रहने की व्यवस्था को खत्म करने का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा, जिला कमिटी को कार्यकारी कमिटी के रूप में ले जाने पर भी संविधान में सहमति बनी है।

पूर्व राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी की पार्टी सदस्यता नवीनीकरण और पार्टी की सक्रिय राजनीति में आने के विषय पर भी बैठक में चर्चा हुई, लेकिन सदस्यता नवीनीकरण के बारे में कोई अतिरिक्त निर्णय नहीं लिया गया। प्रचार विभाग प्रमुख गौतम ने बताया कि उच्च पद पर रह चुके और संविधान के संरक्षक बन चुके व्यक्तियों का सक्रिय राजनीति में आना एक गंभीर विषय है, इसलिए पार्टी आवश्यक विचार-विमर्श के बाद उचित समय पर निर्णय देगी।

पूर्व राष्ट्रपति भंडारी के विषय पर केन्द्रीय कमिटी बैठक में भी चर्चा होगी। पारित संविधान संशोधन प्रस्ताव कल होने वाली केन्द्रीय कमिटी बैठक में पेश किया जाएगा। एमाले का संविधान महाधिवेशन आगामी भदौ 20 से 22 गते तक ललितपुर के गोदावरी में आयोजित होगा।

Follow US